संसार से अपराध को कम कैसे कर सकते है?
यदि हम संसार में अपराध को को रोकना चाहते है, तो हमे अपने बच्चो को बेहतर संस्कार से हम रोक सकते है, या तो अपराध रोकने के लिए संस्कार ही अपराध रोक को सकता है, ये आपकी सरकार और कानून तो अपराध रोक रही है, लेकिन आज तक रोक पाई है।
यदि हम अपने बच्चो को अच्छा संस्कार दे, तो हम संसार में अपराध को अवस्य ही कम कर सकते है, और बेहतर समाज का निर्माण हम कर सकते है, और अपराध को कम करके हम लोग एक बेहतर संसार बना सकते है।
यदि हम। अपने बच्चो को बेहतर संस्कार दे , तो हम एक बेहतर समाज का निर्माण हम कर सकते है, और बेहतर संस्कार से अपराध को हम ठीक कर सकते है, और समाज को और बेहतर बना सकता है।
कैसे हम बेहतर संस्कार देकर अपराध को रोक सकते है।
यदि हम अपने बच्चो को संस्कार ऐसे सिखाये की चोरी ना करे, किसी की नींदा ना करे , सबसे प्रेम से बात करे, किसी लड़की को गलत मत बोले तो , सबसे प्रेम से बात करे और ईमान सिखाये अपने बच्चो।
बढ़ो को सम्मान, छोटो को प्यार देना सिखाये ,अपने बच्चो को तभी हम एक अपराध से रहित समाज का निर्माण हम लोग कर पाएंगे और एक बेहतर विश्व का निर्माण हम कर सकते है।
यदि हम सरकार और उसके कानून के भरोसे पर रहे, तो हम लोग कभी भी समाज से अपराध को कभी भी कम नही कर पाएंगे। यदि हमको संसार से अपराध को कम करना है, तो अपने बच्चों को बेहतर संसकार देकर ही हम एक बहुत ही अपराध से कम संसार का निर्माण हम लोग कर सकते है।
कानून बहुत कोशिश करती है, लेकिन आज तक crime को रोक नही पाई है, लगातार कोशिश के बाद भी police विभाग crime को रोक नही पति है, क्योंकि बहुत ज्यादा जनसंख्या होने के कारण कानून व्यवस्था भी सबको मैनेज नही कर पाती है।
अपने बच्चों को संस्कार कैसे दे।
यदि आप अपने बच्चे को सच बोलना, ईमानदारी, प्रेम से सबसे बात करने बोलेंगे तो सायद ही आप अपने बच्चे को ऐसे में संस्कार दे पाएंगे। क्योंकि आपका बच्चा आपका बात मानता नही है, बल्कि आप जैसा करते है, वैसा आपका बच्चा भी करने लगता है ।
यदि आप बेहतर संसकार अपने बच्चे को देना चाहते है, तो आप स्वयम वैसा बने, जिसे देखकर आपका बच्चा वैसा बनेगा।
क्योंकि यदि अपने बच्चे के सामने दारू, सिगरेट पियेंगे तो आपका बेटा भी दारू, सिगरेट आज नही तो कल पीना चालू कर देगा।
उसी प्रकार से यदि आप सच बोले, अपने हर चीज पर ईमानदार रहे, तो सबसे प्रेम से बात करे , तो एक दिन आपका बच्चा भी वैसा आदमी बनेगा और आप इस प्रकार से अपने बच्चो को बेहतर संस्कार देकर, संसार से अपराध को हम कम कर सकते है।
क्योंकि संस्कार से मनुष्य का व्यवहार बनता है, और व्यवहार से ही मनुष्य का व्यक्तित्व बनता है। और आपके व्यवहार से ही आपका पहचान होता है। जैसा आपका व्यवहार होगा आप उतना ही अपने जीवन में आगे जा सकते है, और अपने जीवन को आप बदल सकते है।
क्योंकि जैसा आपका व्यव्हार होता है, वैसा आपका व्यापार होता है, jaisa आपका व्यापार होगा, वैसा आपका सफलता होता है। आपकी सफलता में व्यवहार का बहुत ही बढ़ा योगदान होता है।
इस प्रकार हम लोग बेहतर संस्कार देकर समाज के अपराध को हम लोग संसार से निकाल सकते है, और बेहतर संसार का निर्माण हम लोग कर सकते है।
अपराध सुन्य समाज हम लोग कैसे कर सकते है।
यदि हम अपने समाज को बेहतर संसकार दे, तो एक दिन अवस्य ही हम लोग एक बेहतर समाज और बेहतर संसार का निर्माण हम लोग कर सकते है, जिससे बेहतर अपराध मुक्त समाज का निर्माण हम लोग कर सकते है।
अपराध को सुन्य करने के लिए संसार को हमे संसकार देना बहुत ही जरूरी है, तभी हम लोग संसार से अपराध को खत्म करके एक बेहतर समाज का निर्माण हम लोग करेंगे, जिससे हम लोग एक बेहतर देश, बेहतर विश्व का निर्माण हम करेंगे और बेहतर तरीका से अपना विकास हम लोग कर पाएंगे।
इस प्रकार से यदि हम बेहतर संस्कार देने में हम लोग kamyab rhe तो संसार से अपराध को हम कम कर सकते है। और इस प्रकार से अपराध मुक्त समाज का निर्माण कर सकते है।
निष्कर्ष :-
यदि हमको अपराध मुक्त समाज का निर्माण करना है, तो हमे अपने बच्चो को बेहतर संस्कार देना होगा, और आपके बोलने से आपके बच्चा में संसकार नही आयेगा, यदि आप अपने बच्चे को बेहतर संस्कार देना चाहते है, तो वैसा ही आपको करना होगा जैसा आप अपने बच्चे को बनाना चाहते है, वैसा ही आप स्वयम करे, तभी आपका बच्चा बेहतर संस्कार सिख पायेगा और आप अपने बच्चे को बेहतर संस्कार हम दे सकते है।
और बेहतर संसार का निर्माण हम लोग कर सकते है, बेहतर विश्व का निर्माण हम लोग कर सकते है।
4 faq प्रश्न उत्तर।
1. हम अपने बच्चो को बेहतर संस्कार देकर अपने बच्चा को कैसे सफल कर सकते है?
2. कैसे हम ध्यान करके बेहतर संसकर या बेहतर गुण का विकास हम लोग कर सकते है?
3. कैसे हम जीवन में ध्यान से ज्ञान का विकास हम कर सकते है?
4. Kaise हम अपने समझ को बढ़ाकर बेहतर व्यक्ति हम बन सकते है।
मेरी बातों को इतना ध्यान से पढे मै बहुत ही अनुगृहीत हूँ, मै आपके भीतर बैठे परम पिता परमात्मा को सादर प्रणाम करता हूँ। मेरा प्रणाम स्वीकार करें । धन्यवाद ।
Comment करके अपना प्रेम मुझ तक जरूर भेजे l share करे जिससे सब लोग अपनी जिंदगी बदल सके यार।