विवाह से प्रेम या प्रेम से विवाह पर विचार।
- ❤ विवाह भारतीय समाज मे, पुरुषो के चित तुरंत सेक्स चाहिए का फैलाव है, क्योकि पुरुष चित रुक नही सकता है, इस मानसिकता का परिणाम है, कि इस पुरुष चित् ने विवाह का अविस्कार किया है l जो कि पुरुष चित् कितना अधैर्य है, ये बताता है l
This invention is marrige totally male made in Indian society instante sex .
पुरुष चित् कि सच्चाई
❤ ये है पुरुष चित् कि सच्चाई और पुरुषो ने अपने हिसाब से समाज को चलाने के लिए विवाह का अविस्कार किया अपने instante sex को पुरा करने के लिए l इसी कारण भारत मे भारतीय सभ्यता विवाह से प्रेम कि ओर जाती है l जिसके बहुत से फायदा और बहुत से नुक्सान है l
स्त्री चित् कि सच्चाई
❤स्त्री प्रेम की भाषा समझती है, क्योकि स्त्री दिल से सोचती है, क्योकि भगवान इनको बहुत बड़ा दिल दिया है, iq थोड़ा कम होता है , स्त्री यानी प्रेम l जब एक स्त्री माँ बनती है ना तो ऐसा लगता है की वह सब अब जान गयी है. बड़ी ही सांत भो जाती है l
❤ यदि हमारा समाज पुरुष की जगह महिलाओ का राज होता तो भी, हमारे भारतीय समाज मे भी प्रेम से विवाह निकलते और हमारे समाज मे प्रेम से विवाह की ओर की सभ्यता विकसित होती हमारी भारतीय समाज मे l
जीन जिन समाजों मे महिलाओ ने प्रतिनिधित्व किया है, वह समाज आज बहुत आगे है, क्योकि स्त्री प्रतिनिधित्व वाला समाज प्रेम की भाषा समझता है, और भगवान की भाषा भी प्रेम की इस कारण जिन समाजों ने प्रेम से विवाह की और गए है, वे बहुत आगे है l क्योकि प्रेम (god) जिसका प्रतिनिधित्व कर रहा है, वह समाज आगे जायेगा ही l
love is god
❤ पहली बात तो पहले सेक्स को अपने अनुभवों से गहराई मे जाकर समझिये, सेक्स गलत चीज नही, इससे ही मैं भी हूँ, इससे ही तुम भी हो, सेक्स is creation of new life, सेक्स के ही कारण समाज का विकास हो रहा है, और इसी सेक्स से संसार मे नया जीवन पैदा होता है l
विवाह से प्रेम कि ओर
यदि हम पुरुष प्रतिनिधित्व को आगे बढ़ाते हुवे समाज को आगे ले जाए तो, ऐसा विवाह से प्रेम वाले समाज मे सब परेसान है, क्योकि हर रोज वही लाइफ जीना है करके, पुरुष चित् बड़ा ही चंचल है, जब भी दूसरी स्त्री को देखता है तो थोड़ा विचलित हो जाता है उसका मन, कुछ कुछ ख्याल आने लगते है।
क्योकि पुरुष चित् एक ही स्त्री मे लगने के लिए उसे संभोग से समाधि के रास्ता को जानना होगा नही तो कभी भी पुरुष चित् एक स्त्री मे ही नही रुक सकता है वह दूसरी स्त्री की तलाश करेगा ही l
विवाह से प्रेम वाले समाज मे लोग बदनामी से डरते है हमारे भारतीय समाज के लोग, इसी कारण लोग एक ही स्त्री के साथ जीवन व्यतीत कर देते है, यह हमारी भारतीय समाज की कमजोरी भी है और ताकत भी l
इससे परिवार एक साथ रहते है , और समाज मे इससे तलाक बहुत कम होते है, इससे समाज मे स्थिरता को प्राप्त करती है l
ऐसी समाज की सोच पुरानी होती है, यहाँ नवाचार पैदा बहुत कम होता है, ऐसा समाज मे इंकलाब बहुत कम लाया जाता है, यदि इस समाज मे इंकलाब लाने वाला पैदा हो जाए तो लोग उसे ही गलत है तू करके उसे मार देते हैl उदारहरण :- सुकरात, जीजेस l
बिना प्रेम और बिना स्त्री के मर्जी का सेक्स बलत्कार ही है l इस विवाह से प्रेम वाली व्यवस्था मे स्त्री के उपर प्रेम नही सेक्स थोपा जाता है, जिसके कारण विवाह से प्रेम कि ओर जाने वाली सभ्यता मे जब दोनों स्त्री पुरुष जब संभोग करते है, तब प्रेम नही आपस मे बल्कि जबरदस्ती होती है, कभी किसी स्त्री से पूछा आपने कि आप मेरे से प्रेम करना चाहती है नही l
हमारे समाज मे पिता भी अपनी बेटी को जोर जबरदस्ती करके शादी कर देता है, यार l यदि दो स्त्री पुरुष आपस मे पूर्ण प्रेम के साथ संभोग मे उतरे, तो उस समय अथाह प्रेम के सागर मे भगवान स्वयम वहाँ स्थित होते, है, उस समय के संभोग से यदि स्त्री प्रेग्नेंट हो गई, तो हम ,
समाज मे एक नया इंसान (सुपर human) को संसार ला पाएंगे , जो भगवान का प्रतिनिधि होगा, बुद्धा, महावीर, जीजेस, मोहम्मद, स्टीव जोब्स, krishna, राम l
यदि हमारा भारत इस प्रेम की गहराई को समझे तो, भारत मे इंकलाब बहुत जल्दी आ जायेगा, हमारा समाज प्रेम करने वाले को बड़ी ही गंदी नज़र से देखता है, यही बड़ा से बड़ा कारण है भारत का पीछे होने का l
प्रेम से विवाह कि ओर ।
क्योकि जब दो युवक व युवती जब पहली बार अथाह प्रेम के बंधन मे बंधते है, और जब अथाह प्रेम के साथ युवक व युवती एक दूसरे के साथ संभोग करते है, उस समय उस अथाह प्रेम मे भगवान स्वयम आ जाते है, और जब इस संभोग के बाद लड़की प्रेग्नेंट होती है या होने लगती है, तो समाज के डर से abortion करवा देती है, या कुछ खाकर गिरा देती है, उस zygote को, जो की संसार मे आने के बाद राम, कृष्ण, mahaveer, बुद्ध बन सकता था l
इसी कारण भारत मे कभी कभी महापुरुष पैदा होते है l अमेरिका ने प्रेम को सम्मान दिया है, बदनाम नही किया इसी लिए अमेरिका बहुत आगे है, इसीलिए वहाँ नवाचार है l
अमेरिका कि सभ्यता मे प्रेम से विवाह होता है, इसी कारण वहाँ के बच्चे ज्यादा इंटेलिजेंट लगते है, जो कि सही नही है ll
ये सबका कारण प्रेम है क्योकि अमेरिका ने प्रेम को सम्मान दिया है, बदनाम नही किया इसी लिए अमेरिका बहुत आगे है l
बात बहुत ही गहरी है, समझ मे आये तो दिल मे उतार लेना यार ll
प्रेम से विवाह वाले समाज मे स्थिरता नही होती है, privarvad भी नही होता है, तलाक़ बहुत ज्यादा होते है, पुरुष चित् के कारण या कही कही महिला भी तलाक का कारण हो सकता है l अमेरिका का समाज – example.
कुछ faq प्रश्न उत्तर
1. प्रेम से विवाह वाले समाज और विवाह से प्रेम वाला समाज दोनों के मिश्रण से क्या बेहतर समाज बनाया जा सकता है,l
Ans. हा, बिल्कुल बेहतर समाज बनाया जा सकता है, जहाँ हर बच्चा राम 🙏 हो l
2.. क्या सेक्स creation है l
Ans . हा l जहाँ सेक्स हो ही ना सिर्फ प्रेम बच जाए वह creation सबसे अच्छा हैl
3. क्या अथाह प्रेम से संभोग किया जाए तो भगवान आ जाते है, ये क्या सच है l
ans.. हाँ ये परम सत्य है l love is God.
मेरी बातों को इतना धयान से पढ़े, मै बहुत ही , अनुगृहित हूँ, मै आपके अंदर बैठे परम पिता परमात्मा को प्रणाम करता हूँ l मेरा प्रणाम स्वीकार करे l❤ l धन्यवाद l
Comment करके अपना प्रेम मुझ तक जरुर भेजे l share करे जिससे सब लोग अपनी जिंदगी बदल सके यार।