- जब द्वापर युग कृष्ण भगवान का जन्म हुआ था, तब कृष्ण भगवान ने अपने बाल लीला और अपने गीता उपदेश देने के बाद शांति से रहने लगे फिर एक दिन जब ऐसे ही घूम रहे थे, तो एक भील ने गलती से या वह भील कोई जानवर या कुछ और है करके तीर चला दिया, जो तीर कृष्ण भगवान के पैर को जाके लग गया ।
जिससे कृष्णा भगवान ने अपना देह त्याग दिया और कृष्ण जी वैकुंठ चले गए।
तो ऐसा कह जाता है, की जब भील का तीर से कृष्ण जी को लगा तो उस तीर के लग जाने से कृष्ण भगवान की मृत्यु हो गयी, और मृत्यु के बाद जब शरीर को जलाया गया तो, कृष्ण भगवान का दिल जला ही नही,बल्कि दिल अभी भी धड़क रहा था, जिसे देखकर वहाँ के लोग बहुत ही अचंभित हुये।
और बहुत सोच विचार के बाद उस दिल को वहाँ के लोगों ने गंगा जी में बहाने का निर्णय लिया और एक दिन उन लोगो ने कृष्णा god के दिल को गंगा नदी में बहा दिया गया जो बहते बहते समुद्र में चला गया, और इस प्रकार से वह दिल जागन्नाथ पूरी के पास के समुद्र के पास एक लकड़ी के माध्यम से वहाँ पहुंचा।
उसके बाद वहाँ के लोगों ने यह देखा तो बहुत ही अचंभित हो गए, कि कैसे दिल धड़क सकता है, मरने के बाद भी करके, फिर कही कही से लोगों को पता चला की वह दिल ❤ भगवान कृष्णा जी का है, करके जिसे जानकर वहाँ के लोग अचंभा में पड़ गए।
और वही धड़क रहे दिल को स्थापित करके मंदिर का निर्माण किया गया है, जिसे जागनाथा पूरी मंदिर के नाम से जाना जाता है। और ऐसा कहा जाता है की वह हार्ट अभी भी धड़क रहा है करके।
इस प्रकार से कृष्णा भगवान के दिल को स्थापित किया गया और बहुत ही बढ़ा मंदिर बनाया गया है, जिसे आज लोग बहुत ही आस्था और प्रेम के साथ पूजते है, इस प्रकार से इस मंदिर का नाम वहाँ के लोगो ने जगन्नाथ पूरी रखा है। और इस प्रकार से सब लोग बहुत ही श्रद्धा भाव उस मंदिर के बारे में रखते है।
यह भगवान ही कर सकते है, इसी कारण यह पूरी का मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध है, और यह समुद्र के पास में ही यह मंदिर है, बहुत ही बेहतरीन यहाँ लोग बहुत ही जाते है, और बहुत ही मान्यता है इस मंदिर का।
जगन्नाथ पूरी मंदिर कहा पर है, और इतना प्रसिद्ध कैसे है।
यह मंदिर भारत देश के उड़ीशा राज्य में है, यह मंदिर समुद्र के किनारे पर है, यहाँ बहुत ही भीड़ रहता है, यहाँ हर रोज बहुत ही भीड़ रहता है, जिसके कारण यहाँ हमेशा लोग और ज्यादा आते है ।
यंग लोग भीड़ जगहो में लड़की लोग लड़का लोगों को देखने आते है, और लड़का लोग लड़की देखने की लिए जाते है, इसी कारण भी बहुत ही ज्यादा भीड़ हो जाता है, श्रद्धा भक्ति के बाद भीड़ का कारण यह भी हो सकता हैं। इस कारण से यहाँ लोग अपनी मनोकामना लेकर आते है। और अपने मनोकामना को पूर्ण करते है।
प्रसिद्दी का अनेक कारण में एक कारण यह भी है, की समुद्र होने के कारण और ज्यादा प्रसिद्ध है, क्योकि कई लोग समुद्र नही देखे रहते है, इसी कारण से भी लोग जाते है।
कृष्ण जी दिल धड़क अभी भी रहा है इस कारण से यह मंदिर और भी ज्यादा प्रसिद्ध है, अभी भी उस दिल को रखा गया है, ऐसा कहा जाता है, और वहाँ हर रोज झंडा बदलना पड़ता है, ऐसा कहा जाता है। यह मंदिर भारत के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। और यहाँ लोग बहुत ही प्रेम और श्रद्धा के कारण यहाँ आते है।
निष्कर्ष:-
इस प्रकार से हम बहुत ही गहराई से समझ सकते है, की कृष्ण भगवान का दिल आया था, पूरी में समुद्र द्वारा जहाँ वहाँ के लोगों ने जागन्नाथ मंदिर बना दिया है, जिसे लोग जनन्नाथ पूरी के नाम से लोग जानते है।
इस प्रकार से यह मंदिर समुद्र के किनारे बसा है, जहाँ प्रत्येक दिन हजारों की संख्या में भक्त जाते है, और अपने मनोकामना को पूर्ण करते है। यह मंदिर उड़ीशा राज्य में है, यह मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध है। यहाँ बहुत दूर दूर से श्रद्धालु आते है।
4 faq prashn उत्तर।
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2. अध्यात्म की शक्ति क्या है? और अपने जीवन में अध्यात्म का विकास हम कर सकते है?
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मेरी बातों को इतना ध्यान से पढे मै बहुत ही अनुगृहीत हूँ, मै आपके भीतर बैठे परम पिता परमात्मा को सादर प्रणाम करता हूँ। मेरा प्रणाम स्वीकार करें । धन्यवाद ।
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