बुधवार, फ़रवरी 19, 2025
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अहंकार कैसे पैदा होता है? जानिए अहंकार को कम करने के 2 तरीको को। Hindime.

 

अहंकार कैसे पैदा होता है? जानिए अहंकार को कम करने के 2 तरीको को। Hindime.

जब मनुष्य कम मेहनत में ही सफल हो जाता है, या अपने बाप के दम पर नोकरी लग जाता है, या अपने बाप की संपत्ति पर जीता है, ऐसे लोगों में अहंकार आ ही जाता है।    मनुष्य जब थोड़ा सा विकास करने लगता है, तो उसके जीवन में धीरे धीरे अहम पैदा होने लगता है।

अर्थ उस भाव से है जिसमें सदा यह मान कर चलते हैं कि हम ही सही हैं और हम कभी गलत नहीं हो सकते। चाहे युद्ध हो या फिर कोई अपराध ये सभी  से ही शुरू होते हैं। यदि हम यह स्वीकारने की स्थिति में आ जाएं कि हम गलत भी हो सकते हैं और अपनी गलतियों को स्वीकार करने लगें तो इससे हमारा जीवन तुलनात्मक दृष्टि से सुखी होता है।

अहंकार

 

कारण ही हम अपनी गलती नहीं मानते। इसके कारण ही हम दूसरों के साथ अनुचित व्यवहार करते हैं। फिर जब परिस्थितियां हमारे वश में नहीं रह जातीं या वे हमारे खिलाफ चली जाती हैं तो हम अपने को दुर्भाग्यशाली समझने लगते हैं। इसका दोष दूसरों पर थोप देते हैं, जबकि उन समस्याओं का मूल कारण हमारा अहंकार होता है।

 

अहंकार मनुष्य पर इस तरह हावी हो जाता है कि उसे अस्वीकार करने का साहस हर व्यक्ति नहीं जुटा पाता है। इसके पीछे कारण है कि हमने अपनी त्रुटियों को कभी स्वीकार करने का भाव अपने भीतर बनाया ही नहीं होता।

जब हम अपनी गलतियों को स्वीकारने और प्रायश्चित करने के मार्ग पर बढ़ते हैं तो हमारा  यह नहीं करने देता। अहंकार एक ऐसी समस्या है जिसके कारण हमारे व्यक्तित्व का पतन होता है।  असुरक्षा, घृणा, भय और धारणा को पालता है। ये हमारे प्रगति पथ पर अंधेरा कर देते हैं।

 

यदि दूर करना है तो उसकी शुरुआत सबसे पहले हम अपनी गलतियों को स्वीकार करने से करें। हमें सदा अपनी कमियों की समीक्षा करते रहना चाहिए। उन्हें सुधारने का प्रयत्न करते रहना चाहिए। अपने भीतर हमें विवेक पैदा करना चाहिए।

विवेक का मतलब है उचित और अनुचित का स्पष्ट भेद। जब हम गलत और सही के बीच में सूक्ष्म भेद को जानकर अच्छा करने लगते हैं। तो निश्चित ही  में कमी आने लगती है। और कर्तापन का अभाव होने लगता है, क्योंकि हम प्रत्येक कार्य ईश्वर को समर्पित कर देते हैं।

अहंकार का विवेक पर क्या प्रभाव पड़ता है। 

अहंकार से भरा व्यक्ति अच्छा से सोच नही पाता है, उसका विवेक सुन्य हो जाता है, जिसके कारण वह व्यक्ति बहुत ही अच्छा से सोच समझ नही पाता है, और अपना ही  विकास को रोक देता है, जिससे मनुष्य अपने जीवन में बहुत ज्यादा सफल व्यक्ति बन नही पाता है।

अहम से भरा व्यक्ति  दूसरे व्यक्ति का कभी भी सम्मान नही करता है, वह अपने आप को ही सबसे बड़ा समझता है, लेकिन यदि आप अपने जीवन मे अहम है, तो वह व्यक्ति अपने ज्ञान का विकास नही कर पाता है। जिसके कारण ऐसे लोग बहुत ही दुखी होते है।

 

हम अपने अहंकार को कैसे कम कर सकते है? 

1. यदि यह हम स्वीकार करें की मुझे अहंकार होता है। 

यदि हम अपने अहंकार को कम करना चाहते है, तो हमे ये स्वीकार करना पड़ेगा की मुझे अहंकार आता है, करके स्वीकार करें, और जब जब आपके मन को आपके  उपर अहंकार आय तो, आप उस अहंकार को साक्षी भाव से देखना फिर आपका अहंकार धीरे धीरे कम होगा और आप अहंकार को अपने जीवन से निकाल पावगे।

इस प्रकार से आप अपने जीवन से अहंकार को निकाल  फेंक सकते है।

 

2. ऐसा कोई  भी चीज हमेशा रखे, जो  आपको आपके बुरे समय में याद दे। 

इस प्रयोग से आप अपने अहम को हमेशा अपने से दूर रखेंगे ब, जिससे लोगों से बात करते समय आप अपना अहम को खो देंगे और अलग ढंग से आप बात करेंगे, जिससे आप बहुत down too earth आ पाएंगे, जिससे आप अपने जीवन में हमेशा आप सबके प्रिय रहेंगे।

कोशिश करें अपने बुरे दिनों को हमेशा याद रखे वही आपके मन में कभी भी अहंकार को आने नही देगा, जिससे आप अपने जिंदगी में ज्यादा सफल हो सकते है, और अपने जिंदगी को बदल सकते है।

यह प्रयोग मै करता हूँ, आप भी यह प्रयोग अवस्य ही करें जिससे आपको भी अवस्य ही अपने अहम को कम करने मे अवस्य ही आपका मदद करेगा, जिससे आप हमेशा down to earth रह पाएंगे  ।

इस प्रकार से दोनों प्रयोगों को करके अपने जीवन को आप बेहतर बना सकते है, यह दोनों प्रयोग अवस्य ही आपको आपके अहम को कंट्रोल करने में फायदा अवस्य ही करेगा।

  निष्कर्ष ;- 

अहंकार मनुष्य को इतना कमजोर बना देता है, की मनुष्य अपने आप को भगवान समझने लगता है, और दूसरे व्यक्ति का कभी भी सम्मान नही करता है, जिसके कारण लोगों में अलग ही मानसिक स्थिति बनती है , जिसके कारण बहुत ही ज्यादा प्रभाव पढ़ता है।

यदि हम अहंकार को कम कर दे, तो अवस्य ही अपने जीवन में  बदलाव ला पाएंगे, इसी के कारण मेरे बताये प्रयोगों को अवस्य ही अपने अहम को कम करने के लिए अवस्य ही करे। जिससे आप एक बेहतर व्यक्ति अपने जीवन में बन पावगे और अपने जीवन को आप बदल पावगे।

अपने अपने जीवन में अहम से हमेशा दूर रहो यार aur अपने जीवन मे एक बेहतर इंसान बनो।

4 faq prashn उत्तर। 

1.  हम अपने एकाग्रता को कैसे world लेवल का ले जा सकते है?

Ans. एकाग्रता को कैसे बढ़ाये?माइंड को कंसन्ट्रेट कैसे करे? जानिए इन 4 बहुत ही प्रभावशाली रहस्यों को और अपनी एकाग्रता को बढाइये।hindime

2..  हम अपने समझ  को कैसे world लेवल का ले जा सकते है?

Ans.  समझने की शक्ति को कैसे बढ़ाएं?सोचने और समझने की शक्ति को कैसे बढ़ाए?जानिए इन 3 बहुत ही प्रभावशाली तरीको को जिनसे आप अपना समझ को बढ़ा सकते है आसानी से। Hindime.

3. हम कैसे बड़ी सोच से अपना विकास कर सकते है?

Ans. बड़ी सोच क्या है?बड़ी सोच कैसे रखें? 6 बहुत ही प्रभावशाली तरीको से आप अपना बड़ा सोच विकसित कर सकते है। Hindime

4. अपनी सफलता के लिए imagination कैसे करे?

Ans. कल्पना शक्ति कैसे विकसित करें?इमैजिनेशन कैसे करें? 6 बहुत ही प्रभावशाली तरीको से imagination करके आप अपने जिंदगी को बदल सकते हैं। Hindime.

 

मेरी बातों को इतना ध्यान से पढे मै बहुत ही अनुगृहीत हूँ, मै आपके भीतर बैठे परम पिता परमात्मा  को सादर प्रणाम करता हूँ । मेरा प्रणाम स्वीकार करें lधन्यवाद ।

 

Comment करके अपना प्रेम मुझ तक जरूर भेजे l share करे जिससे सब लोग अपनी जिंदगी बदल सके यार।

 

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I'm Ritesh kumar. I'm philosopher, I'm international business man,
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